Friday, October 29, 2021

cryptocurrency kyon hai charcha mei

Cryptocurrencies का नाम तो आपने बहुत बार सुना होगा। cryptocurrency news में बनी रहती है। इसे intangible asset भी कहा जाता है। Asset उसे कहते हैं जिसकी कोई money value हो मतलब किसी चीज को बेचने पर आपको कुछ पैसा मिले , और intangible उसे कहा जाता है जिसे आप हाथ ना लगा सके। अर्थात इनटेंजिबल ऐसेट का यह मतलब हो गया कि आप जिसे ना देख सके और ना जिसे हाथ लगा सके, लेकिन फिर भी उसकी कुछ मनी वैल्यू हो , लेकिन फिर भी आप उसे sell buy कर सके। भला ऐसा कैसे हो सकता है ? लेकिन हम आपको बता दें कि ऐसा possible है। जी हां, क्रिप्टोकरंसी भी एक intangible asset है जो किसी को दिखाई नहीं देता है और जिसे आप खरीद बेच सकते हैं।  तो चलिए cryptocurrency kyon hai charcha mei के बारे में आइए समझते हैं |

cryptocurrency-kyon-hai-charcha-mei

  cryptocurrency kyon hai charcha mei 

Cryptocurrency दूसरी currencies जैसे कि rupee,  dollar, Euro , Yen , Dinar की तरह हमें दिखाई नहीं देती है। यह एक online digital currency है , केबल internet की दुनिया में ही उपलब्ध है। किसी भी देश की करेंसी उस देश की government के द्वारा लागू की जाती है। यदि हम भारत की बात करें तो हमारे देश में currency को लागू करना Reserve Bank of India and Ministry of finance के हाथ में  है। cryptocurrency एक decentralized currency है। मतलब यह किसी भी government authority या फिर किसी भी person के अधीन नहीं है। यह एक independent currency है जो computer algorithm के द्वारा बनाई गई है। 

How cryptocurrency works ?

क्रिप्टो करेंसी के work को समझने के लिए सबसे पहले हमें blockchain technology को समझना होगा। blockchain software का काम आप की transactions (लेन देन) को record करने का है।मान लीजिए, यदि कोई bitcoin खरीदा है और उसे बाद में बेच देता है तो यह सब ट्रांजेक्शन आपकी ब्लॉकचेन में रिकॉर्ड हो जाएगी और यह एकदम safe and secure रहती है। इसे कोई भी hack नहीं कर सकता है , सभी cryptocurrencies जैसे कि bitcoin , litecoin , etherium  , ripple , कि अपनी अपनी अलग-अलग blockchain होती है |

Cryptography - इसमें sender and receiver की communication को secret रखा जाता है। sender जब encrypted message + (secret key) receiver को भेजता है तो receiver को उसे encoded करने के लिए  उसी secret key की जरूरत पड़ती है जो sender ने उसे भेजी थी  और इस प्रकार से encrypted message  को secret key  के ज़रिए decrypt किया जाता है और यह cryptography process कहलाता है।

Cryptomining -  Cryptomining new cryptocurrency बनाने को कहते है। आप सभी जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी अब limited रह चुकी है और न्यू क्रिप्टो करेंसी के बनाने के process को cryptomining कहते हैं। इसे mine करने के लिए आपको बहुत ही powerful mining machines की जरूरत पड़ती है। यह माइनिंग मशीन hardware होती है और जिसकी माइनिंग मशीन होती है उसे miner कहते हैं। Miner एक person होता है। लेकिन cryptocurrency को mine करना कोई आसान काम नहीं , इसे mine करने के लिए आपको क्रिप्टोकरंसी handlers की कंपलेक्स मैथमेटिकल इक्वेशंस को सॉल्व करना पड़ता है , जो एक पावरफुल हार्डवेयर से ही पॉसिबल है। 

BTCbitcoin की बात करें तो जब बिटकॉइन नया नया आया था तो इसे एक मोबाइल से भी mine किया जा सकता था लेकिन जैसे-जैसे इसकी कीमत बढ़ने लगी वैसे वैसे इसे mine करने का algorithm tough होता चला गया।

Note - cryptocurrency mining करने के लिए बहुत से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर भी मार्केट में उपलब्ध है।पर मेरा आपसे यही सुझाव है कि आप इसे अपने मोबाइल से mine ना करें  क्योंकि इसके कंपलेक्स एल्गोरिदम की वजह से आपका मोबाइल overheat हो सकता है। 

आपके पढ़ने योग्य लेख?

Blogspot domain seo kaise Kare ?

Cryotocurrency advantages -

1 आपकी ट्रांजैक्शंस को blockchain के द्वारा secure रखा जाता है।

 यह सरकार के कंट्रोल से बाहर है।

 यह online trading के लिए बहुत ही अच्छा option है। इसमें आपको अच्छे returns मिल सकते है

Also read

Computer ki past history || computer ka gyan in hindi

Cryptocurrency disadvantages -

1 डिजिटल करेंसी होने के नाते इसे hack भी किया जा सकता है।

2 इसमें id खो जाने पर आप उसे recover नहीं कर सकते

3 इसे देखा नहीं जा सकता और ना ही छुआ जा सकता है क्योंकि इसे कोई भी बैंक issue नहीं करता

4 इसके आधार पर आपको लोन नहीं मिल सकता

Crypyocurrency types

दोस्तों यदि क्रिप्टो करेंसी की types की बात की जाए तो bitcoin का नाम सबसे ऊपर आता है पर हम आपको बता दें कि bitcoin के अलावा और बहुत सी cryptocurrencies है जिन्हें आपको भी जानना चाहिए तो चली आसान भाषा में उन्हें भी समझते हैं।

1. Bitcoin - दोस्तों दूसरी क्रिप्टो करेंसी के मुकाबले बिटकॉइन सबसे ज्यादा popular हुआ है। इस satoshi Nakamoto नाम के व्यक्ति ने 2009 में बनाया था। शुरुआत में तो लोगों को ठीक से इसके बारे में पता भी नहीं था। लेकिन धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गई और आज लाखों लोग इस में invest करते हैं और खूब धन कमाते हैं। Bitcoin के सबसे छोटे यूनिट को satoshi कहा जाता है। और 100 million satoshi = 1 बिटकॉइन के बराबर है।

1 bitcoin = 47,41,017 indian rupees के बराबर है।

2.  Litecoin LTC -  इससे 2011 में शुरू किया गया था। यह peer 2 peer क्रिप्टोकरंसी है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसकी transaction speed दूसरी क्रिप्टो करेंसी के मुकाबले बहुत ही अधिक है। यह block  कम समय में बनाता है इसमें mining scrypt algorithm से होती है।

1 litecoin = 14665 Indian rupee

3.  Ethereum - इसे  Vitalik Buterin द्वारा बनाया गया है। Bitcoin के बाद इसे ही सबसे अत्यधिक लोकप्रिय माना गया है। जिस प्रकार बिटकॉइन में satoshi का इस्तेमाल किया जाता है उसी प्रकार इसमें ether का प्रयोग किया जाता है। Ether एक digital token है। Ethereum decentralized block chain technology पर आधारित है। 

1 ether = 299788 Indian rupees

4  Dogecoin (doggy)  -  यह Billy Markus का अविष्कार है इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि दूसरे बिटकॉइन के मुकाबले  इसमें data mining बहुत ही तेज होती है। इसे इसलिए बनाया गया ताकि बिटकॉइन का मजाक उड़ाया जा सके। इसलिए इसके संस्थापक ने इसका नाम dogecoin रख दिया। Dog मतलब कुत्ते से इसकी समानता की गई। इसमें scrypt algorithm उपयोग किया जाता है।

1 dogecoin = 19.80 Indian rupees

5  Peercoin ( PPC ) - इसे  peer to peer cryptocurrencyकहा जाता है। यह बिटकॉइन के peer to peer है। पीर टो पीर का मतलब होता है लगभग सेम रंग का होना। peer to peer का मतलब होता है लगभग same rank का होना। इसकी एनर्जी एफिशिएंसी बिटकॉइन के मुकाबले बहुत अधिक होती है। peercoin Proof of work and proof of stake को प्रयोग में लेता है complex mathematical problems को solve करने के लिए।

1 peercoin = 29.49 rupees 

6  Cosmos  (ATOM) - इसका मुख्य उद्देश्य different blockchains networks के बीच में communication,  data sharing and file transfer , transactions करने का होता है।

India में क्रिप्टोकरंसी कैसे खरीदें ?

India मैं क्रिप्टोकरंसी खरीदने के लिए सबसे पहले आपको play store में जाना होगा। और वहां जाकर आपको कुछ एप्लीकेशन search करनी है जैसे कि wazirx , coin switch kuber, coin DCX , zebpay. इन सभी एप्लीकेशनस से आप कोई सी भी application download कर सकते हैं। इन एप्लीकेशंस को cyptocurency exchange भी कहा जाता है क्योंकि यहां बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज को खरीदा और बेचा जाता है। Downloading के बाद आपको इसमें account बनाना होगा। मतलब signup करना होगा। उसके बाद आपको अपनी KYC (know your customer) पूरी करनी होगी। फिर अपने enail के जरिए आप अपना account activate कर सकते हैं। account activation  के बाद आप अपना money उसमें add कर सकते हैं और क्रिप्टोकरंसी खरीद सकते हैं।

Conclusion -

फ्रेंड्स क्रिप्टोकरंसी के प्रकार तो बहुत सारे हैं लेकिन हमने आपको cryptocurrency kyon hai charcha mei को reading format में आपके सामने प्रस्तुत किया है पर आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि हमारे देश भारत में क्रिप्टोकरंसी legal है या नहीं , आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरंसी पूरी तरह से लीगल है लेकिन भारत सरकार द्वारा decentralized currencies खरीदने और बेचने वालों पर पूरी नजर रखी जाती है। क्योंकि इसका इस्तेमाल illegal work के लिए भी किया जा सकता है। तो दोस्तों आपने क्रिप्टोकरंसी को हिंदी में अच्छे से समझ ही लिया होगा यदि आपने कोई क्रिप्टोकरंसी खरीदी है तो कितने में खरीदी है और कितने में बेची है मुझे कमेंट करके बताना जरूर।

धन्यवाद!


Tuesday, October 5, 2021

Online earn money with affiliate marketing in hindi

 आपने affiliate marketing  के बारे में बहुत लोगों से सुना होगा। आप सभी जानते हैं कि आजकल online shopping का ट्रेंड है| आजकल सभी लोग internet पर depend हैं| internet and computer laptop का उपयोग करके e- commerce websites से online earn money करना चाहते हैं। कुछ लोग affiliate marketing  के बारे में जानते हैं तो कुछ नहीं जो नहीं जानते हैं उनके लिए  यह आर्टिकल बहुत ही खास होने वाला हैं|इसका इस्तेमाल आप अपने blog website पर कर सकते हैं इसकी help से आप google blogger or word press site से high traffic generate कर सकते हैं तो चलिए सीखते हैं इसके बारे में।

In Hindi online earn money with affiliate marketing 


Online earn money with affiliate marketing in Hindi


Affiliate marketing  दो शब्दों से मिलकर बना है affiliate and marketing . जिसका सीधा सा मतलब है link के through marketing करना। इसमें हमें big affiliate marketing companies जैसे कि amazon, flipkart,  snap deal के products को अपनी website के माध्यम से sale करते हैं और इसमें हर product की sale होने पर आपको कुछ commission प्राप्त होता है। और इस product की भिन्न-भिन्न categories हो सकती है जैसे कि fashion and lifestyle, electronic items etc. कुछ सालों पहले marketing करने के लिए घर घर पर जाना पड़ता था लेकिन आज science and technology and e-commerce companies की मदद से आर्डर करने पर घर बैठे ही सब कुछ मिल जाता है लेकिन आज online marketing / affiliate marketing से लोग शॉपिंग भी कर रहे हैं और पैसा भी कमा रहे हैं।

Name of some affiliate marketing companies 

कुछ  affiliate marketing companies के नाम इस प्रकार है जो affiliate marketing platforms का काम करती है।

1 Bluehost 

2 Godaddy

3 CJ affiliate 

4 Hostgator

5 eBay partner network inc Affiliate 

6 hubspot affiliate program 

एफिलिएट मार्केटिंग की working process

ज्यादातर product based and service based companies अपनी product sale की बढ़ोतरी के लिए affiliate program को स्टार्ट करती है। High traffic generating websites को ही इस प्रोग्राम का फायदा मिलता है। क्योंकि उनकी वेबसाइट पर हर समय  visitors उपस्थित रहते हैं। जो कोई भी website owner affiliate sponsorship को जॉइन करता है उसे कंपनी द्वारा कुछ लिंक्स प्रोवाइड किए जाते हैं जिसे उसे अपनी वेबसाइट में different places में add करना होता है और यदि कोई visitor उन links पर click करके उस वेबसाइट को visit करके कोई शॉपिंग करता है तो ऐसे में उस वेबसाइट ओनर को उस visitor के shopping करने से कुछ money earn होता है जिसे commission कहते हैं।

Some important terminologies related to free affiliate programs

    1 Affiliates - Affiliates उन लोगों को कहा जाता है जिनकी वेबसाइट affiliates program के साथ लिंक होती है। मेरे कहने का मतलब यह है कि एफिलिएट वह person होता है जो अपने blogger या फिर वेबसाइट पर product based companies जैसे कि अमेजॉन, फ्लिपकार्ट आदि के प्रोडक्ट को अपनी वेबसाइट पर promote करते हैं।

2  Affiliate link - Affiliate link e-commerce companies अपने affiliates को provide करती है , यह लिंक एक code कि form में होता है जिसका इस्तेमाल affiliates अपनी वेबसाइट पर करते है और visitors  affiliates link पर click करके शॉपिंग करते हैं। जिससे वेबसाइट ओनर और कंपनी दोनों को ही फायदा मिलता है।

3  link clocking - Link clocking एक ऐसी technique है जिसमें affiliates link URL को छोटा किया जाता है ताकि link quick load हो जाए और विजिटर्स को ज्यादा परेशानी का सामना भी ना करना पढ़े|

4  payment withdrawl - Affiliate marketing payment drawl करने के अलग अलग तरीके है जैसे कि PayPal app  , wire transfer , cheque payment etc. 

5  Payment Threshold - like google Adsense affiliate marketing मैं भी आपको सबसे पहले payment threshold वाली condition को पूरा करना होता है। यह company द्वारा लगाई गई एक ऐसी कंडीशन होती है जिसमें आप minimum sale करने के बाद ही अपनी payment को निकाल सकते हैं।

6  Affiliate Manager - Affiliate manager एक guide  की तरह होते हैं जो आपको बताएंगे कि एफिलिएट प्रोग्राम का इस्तेमाल कैसे किया जाता है|

7  Commission - Commission मतलब आप की earning यहां कमीशन का सीधा सा connection  आपकी sale से है क्योंकि हर product price के हिसाब से कंपनी ने अलग अलग item का अलग-अलग commission set किया होता है।

8  Affiliate Id - Affiliate id or identity उस person को प्रदान की जाती है जो affiliate marketing करना चाहता है। जिस प्रकार facebook में आपको login ID और password चाहिए होता है उसी प्रकार affiliate id भी एक लॉगिन आईडी की तरह है और इसे प्राप्त करने के लिए आपको affiliate program में sign up करने की जरूरत पड़ती है।

9  Affiliate Marketplace - जिस प्रकार market में अलग-अलग वस्तुओं को sell किया जाता है उसी प्रकार affiliate marketplace भी आपको अलग-अलग affiliate marketing  categories से अवगत करवाता है।

On page seo

Blog post rank trick 

Affiliate marketing kaise Kare? How to start affiliate marketing ? 

Affiliate marketing  में आपको प्रोडक्ट को बेचने के लिए उसका प्रमोशन इस प्रकार से करना है कि ज्यादा से ज्यादा लोग आपसे impress हो जाए और आपके प्रोडक्ट को खरीद लें जिससे कि आपको अच्छे से अच्छी कमाई हो |

Customers को trust कैसे दिलाया जाए ?

Business and marketing में trust होना बहुत जरूरी है |जब भी हम किसी दुकान से बार-बार सामान खरीदते हैइसका मतलब यह होता है कि हमें उस दुकानदार पर ट्रस्ट है। वह हमारे साथ धोखा नहीं करेगा और हमें अच्छे दाम में सामान बेचेगा | उसी प्रकार मार्केटिंग में भी कस्टमर्स को ट्रस्ट दिलाना बहुत जरूरी हैजब भी हम किसी प्रोडक्ट को प्रमोट करें उसके pros and cons  को customers के साथ जरूर शेयर करें।

Affiliate marketing products को कहां-कहां पर प्रमोट कर सकते है 

दरअसल affiliate मार्केटिंग प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए आप विभिन्न प्रकार के social media प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि facebook page,  twitter, blogger, websites , instagram etc. 

एफिलिएट मार्केटिंग करने के लिए कंपनी को कितने पैसे देने पड़ते है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि affiliate मार्केटिंग बिल्कुल मुफ्त होती है। इसमें आपको पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है|इसमें आप private companies  का काम कर रहे होते हैं। वे आपसे पैसा लेती नहीं बल्कि कमीशन के रूप में आपको पैसा देती है। 

Scope of affiliate marketing 

आप सभी जानते हैं कि affiliate marketing e-commerce websites ही ऑफर करती है। यह भी डिजिटल इंडिया का एक हिस्सा हैं|आप सभी जानते हैं कि आजकल समय की कमी के कारण लोगों के पास shopping करने का समय नहीं होता हैं इसलिए उनकी first preference e-commerce websites ही होती है। दोस्तों जिस प्रकार science and technology में advancement आ रही है। उसी प्रकार affiliate marketing की डिमांड भी बढ़ रही हैं ,  In Future इसका scope बहुत ही vast होगा |

Affiliate marketing के फायदे 

style="font-size: medium;">1  जो लोग blogger का इस्तेमाल करते हैं उनके blog पर heavy traffic आता है।

2  इसे join करने के लिए आपको कोई भी पैसा नहीं देना पड़ता है।

3  इसमें आपको किसी भी प्रकार का कोई भी इन्वेस्टमेंट नहीं करना पड़ता है।

 यदि आप अच्छी सेल करते हैं तो  multinational companies  आपसे contact भी कर सकती है आपको job opportunities भी offer कर सकती है 

Affiliate Marketing के नुकसान।

1  ऑनलाइन प्रोडक्ट ना खरीदने पर आपको किसी भी प्रकार का कोई भी फायदा नहीं होगा।

2  आजकल सभी affiliate मार्केटिंग कर रहे हैं तो इसमें आपको हाई कंपटीशन देखने को मिलेगा।

3  less sale  वाले प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने पर भी आपको नुकसान होगा क्योंकि उसे कोई खरीदेगा नहीं।

4  आपको थोड़ी पार्टी की तरह काम करना होगा।

Affiliate marketing websites  को किस प्रकार ज्वॉइन करें?

इसे ज्वाइन करने के लिए सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि कौन कौन सी affiliate companies affiliate marketing program को ऑफर करती है। इसका पता करने के लिए एक सिंपल सा method है। किसी भी कंपनी के नाम के साथ affiliate word को जोड़ दो। यदि वे affiliate program offer करती होगी तो आपके सामने एफिलिएट लिंक उस वेबसाइट का open हो जाएगा। उदाहरण के तौर पर आप नीचे दी गई फोटो को देख सकते है।

Online earn money with affiliate marketing in Hindi

Amazon affiliate marketing program join कैसे करें?

सबसे पहले आपको गूगल में जाकर amazon affiliates type करना होगा। पेज ओपन होते ही आपको उस पेज को स्क्रॉल डाउन करते हुए बॉटम तक आना है और आपको वहां पर sign in का ऑप्शन मिल जाएगा। यदि आपका पहले से ही amazon account बना हुआ है तो आप सीधा ही sign in / login कर सकते हैं। create new account option भी आपको वहां पर मिल जाएगा। New account creation के लिए आपको अपनी कुछ details submit  करवानी पड़ेगी जैसे -
  1. Name
  2.  Email id
  3.  Address 
  4.  Mobile Number
  5.  Pancard Details
  6.  Blog/Website Url 
  7.  Payment Details etc
इन सभी डिटेल्स को fill करने के बाद आप amazon affiliates program  का हिस्सा बन जाएंगे। अब कंपनी आपकी email और आपकी वेबसाइट को verify करने के लिए  confirmation email आपके email address पर send करेगी।
verification होने के बाद आप सीधा ही अमेजॉन एफिलिएट प्रोग्राम में लॉगिन हो जाओगे। वहां पर आपको different categories के प्रोडक्ट दिखाई देंगे। वहां आपको किसी भी प्रोडक्ट पर क्लिक करने पर उस प्रोडक्ट के साथ-साथ एक लिंक भी दिखाई देगा जो affiliate link होगा। उसे आपको अपनी वेबसाइट या blog में copy paste कर देना है , और अब जैसे ही कोई आपके लिंक से शॉपिंग करता है तो उसके ऐसा करने पर आपकी earning भी वहां से start हो जाती है।

Affiliate marketing से payment प्राप्त कैसे करें ?

 इससे आप payment PayPal account  या फिर DBT (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) के जरिए प्राप्त कर सकते है लेकिन इसकी पेमेंट भी कुछ factors पर depend करती है जैसे -

1 Cost per sale - इसमें product price and product sale के basis पर आपको पैसा दिया जाता है।

2 Cost per click - जिस प्रकार google Adsense अपनी advertisement पर click करने पर आपको पैसा देता है उसी प्रकार इसमें भी adclick पर आपको पैसा प्राप्त होता है।

3 Cost per 1000 impressions - यदि आपके प्रोडक्ट को एक हजार लोग देख कर चले जाते हैं, लेकिन वह खरीदते नहीं है तो तो ऐसी स्थिति में भी आपको कुछ ना कुछ कमीशन प्राप्त हो ही जाएगा।

Affiliate marketing से आप क्या समझे ?

मेरे आर्टिकल Online earn money with affiliate marketing in Hindi से आपने affiliate marketing amazon, affiliate marketing companies के बारे में बहुत कुछ जाना। यह online earning , work from home  का बहुत ही अच्छा source है। भविष्य में आप affiliate marketing करके बहुत अच्छा पैसा कमा सकते हैं। उम्मीद है आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई होगी। कृपया कमेंट करके अपने सुझाव दीजिए।