Sunday, June 21, 2020

जानकारी प्राप्त करें what is ATM | working and full form of ATM machine in hindi


आज का युग मशीनों का युग है | मशीनों की वजह से हमारा जीवन बहुत ही आरामदायक हो गया है |आज के जीवन में मनुष्य मशीनों से घिरा हुआ है |दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको जिस मशीन के बारे में बताने वाले हैं उसका नाम एटीएम है | Atm machine की full form automated teller machine है |

एटीएम की कुछ और प्रसिद्ध फुल फॉर्म भी है जैसे -
  • Asynchronous Transfer Mode - computer networking , telecommunications  मैं use किया जाता है
  • Altamira Airport - Brazil का airport है 
  • Angkatan Tantera Malaysia - यह एक मलेशियन शब्द है इसका मतलब Malaysian armed force है
  • Association of teacher of mathematics - इसका purpose uk के इंटरनेशनल स्कूल में mathematics subject promote करना है
  • Air traffic management - का aviation department में इस्तेमाल
  • Atm full form in chemistry - atmospheric pressure 

आखिर क्या है यह एटीएम machine ? What is ATM? 


ATM की full form automated teller machine है|यह मानव के द्वारा बनाई गई एक मशीन है |जो एक जगह पर फिक्स होकर खड़ी रहती है |हर बैंक का अपना एक atm होता है|हमारे भारत में लगभग 238,000 एटीएम installed है|दुनिया का पहला एटीएम Scottish inventor ने बनाया था जिनका नाम shepherd Barron था|यह जून 27,1967 में खोला गया था |कुछ लोग ATM full form को (any time money ) भी कहते हैं मतलब किसी भी समय पैसा ,पर यह फुल फॉर्म इतनी proper नहीं मानी जाती है|

ATM full form in hindi

ATM = स्वचालित टेलर मशीन

Working of an ATM machine (एटीएम मशीन के काम करने का तरीका)


जानकारी प्राप्त करें what is ATM working and full form of ATM in hindi
ATM machine

यह भी पढ़ें

दोस्तों जैसे कि हम सब जानते हैं कि एटीएम से हम सब लोग पैसा निकालते हैं जितनी हमें जरूरत होती है| हम अपनी जरूरत के अनुसार एटीएम से पैसा निकालते हैं|

एटीएम से पैसा निकालने के लिए हमें एक प्लास्टिक कार्ड की जरूरत पड़ती है जिसे हम ATM debit card या फिर ATM credit card के नाम से भी जानते हैं|यह आपको बैंक के द्वारा दिया जाता है जिस बैंक में आपका account होता है|

आइए एक नजर डालते हैं एटीएम के काम करने के तरीके पर

ATM works on centrailized database system दोस्तों automatic teller machine एक डाटा टर्मिनल डिवाइस है जिसके साथ दो input and four output devices connect होते हैं|इन सभी input and output devices को processor के साथ interfaced किया जाता है|जिस तरह cpu को computer's brain कहा जाता है उसी प्रकार प्रोसेसर को atm का दिल heart कहां जाता है|

जब भी यूज़र अपना card एटीएम में insert करता है और keypad से अपना pin enter करता है एटीएम मशीन आपके कार्ड की इंफॉर्मेशन host processor को देती है और host प्रोसेसर आगे internet service provider ISP से communicate करता है क्योंकि होस्ट प्रोसेसर बैंक एटीएम मशीन से connect होता है और communicate करता है| host processor यूजर की ट्रांजैक्शन रिक्वेस्ट को बैंक के पास भेजता है जिस बैंक में उसका अकाउंट होता है|जब पैसा आपके बैंक अकाउंट से deduct हो जाता है तो processor एटीएम को सूचना दे देता है कि user ने इतने amount निकालने की request भेजी थी और इनकी रिक्वेस्ट को accept कर दिया जाए और इन्हें amount दे दिया जाए और ऐसे ही host processor आपके बैंक अकाउंट से आपको money provide कर देता है|

एटीएम मशीन से हम पैसे कैसे निकालते हैं?

span style="font-size: medium;"> सबसे पहले आपको ATM machine के right side पर बने एक slot में अपना एटीएम कार्ड insert करना पड़ता है उसके बाद एटीएम मशीन आपके card को read करती है यानी आपके कार्ड में बनी काली पट्टी magnetic strip की इंफॉर्मेशन को scan करती है और आपसे आपका pin personal identification number मांगती है| जैसे ही आप अपना पिन enter करते हैं मशीन आपको आपके account की सारी details आपके सामने screen पर display कर देती है और आपके बैंक के server को भी send कर देती है जिससे की मशीन और बैंक दोनों को पता चल जाता है कि आप एक genuine user है|यह सारा प्रोसेस कंप्लीट होने के बाद आप successfully एटीएम मशीन से अपने पैसे और अपने एटीएम कार्ड को निकाल सकते हैं|

कुछ एटीएम मशीन ऐसी भी होती है जिसमें आपको कार्ड इंसर्ट तब तक करके रखना पड़ता है जब तक आपकी पूरी transaction कंप्लीट ना हो जाए यानी जब तक आपके पैसे आपको ना मिल जाए|उसके बाद ही मशीन आपके कार्ड को ATM machine slot से receive करने को कहती है|

हमने कुछ ऐसी एटीएम मशीनें भी देखी है जिसमें आपको अपना एटीएम कार्ड सिर्फ कुछ सेकंड के लिए स्वाइप करना होता है और मशीन आपके कार्ड के डाटा को उसी टाइम रीड करके temporary save कर लेती है और ऐसी स्थिति में आपका एटीएम कार्ड भी एटीएम मशीन के slot में fix होकर नहीं रहता है|

आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशन एटीएम कार्ड में binary digits i.e. (0`s and 1`s) form में save रहती है क्योंकि machine हमेशा binary number system ही समझती है

Noteएटीएम मशीन से पैसे निकालने से पहले और पैसे निकालने के बाद आपको एटीएम मशीन के number pad में बने cancel button को press करना होता है|ऐसा हम अपने ATM account की safety के लिए करते हैं|


कभी भी अपने एटीएम कार्ड का पिन किसी के साथ शेयर ना करें|

अगर आपको लगे कि मेरे एटीएम से अपने आप पैसे कट रहे हैं तो सीधे अपने बैंक शाखा से संपर्क करें |

अपने बैंक अकाउंट को अपने मोबाइल नंबर से लिंक करें ताकि transaction होने पर फौरन आपके मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाए|

एटीएम कार्ड के गुम हो जाने पर इसे तुरंत ही ब्लॉक करवा दें ताकि कोई और इसका गलत फायदा ना उठा सके|

इंटरनेट से online shopping करते वक्त इस बात का भी ध्यान रखें कि जिस वेबसाइट से आप शॉपिंग कर रहे हैं वह वेबसाइट genuine हो क्योंकि अक्सर hackers fake ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स बना लेते हैं और यूजर्स को हर समय टारगेट करते रहते हैं|लोगों की credit card details चुरा लेते हैं और उसका misuse करते हैं|हमेशा अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर लैपटॉप से पेमेंट करने की कोशिश करें|

अपने एटीएम pin को हमेशा secret रखें|

कुछ लोग टेलीफोन कॉल के जरिए बैंक का नाम लेकर भी आपके ATM पिन और बैंक अकाउंट डिटेल्स को जानने की कोशिश करते हैं|मेरा आपसे अनुरोध है कि ऐसे लोगों से सावधान रहें|ऐसे लोगों को अपनी बैंक डिटेल्स and एटीएम पिन ना बताएं क्योंकि बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर आपकी पर्सनल डिटेल नहीं पूछेगा|

अगर आपको लगे कि आपने गलती से अपने एटीएम पिन किसी को बता दिया है तो आप nearest atm जाकर अपना pin change भी सकते हैं|


ATM machines input and output devices

>   keypad - input device - जब ATM machine आपके ATM card को accept कर लेती है उसके बाद आपको keypad की जरूरत पड़ती है ताकि keypad की मदद से आप अपने personal identification pin को enter कर सकें|

>   Card reader - input device - card reader  का काम आपकी एटीएम कार्ड से इनफॉरमेशन को read करना होता है|अगर आपका कार्ड बिल्कुल सही है मेरा मतलब है कि आपके कार्ड पर किसी भी प्रकार का कोई भी scratch नहीं है तो ऐसे में card reader आपके कार्ड को अच्छे से read कर लेगा और आगे का pricess करेगा और अगर आपके कार्ड पर scratches हैं तो कार्ड रीडर error show करेगा|

>   Display screen - output device - एटीएम से पैसा निकालने का प्रोसेस step - by - step होता है और यह सारा step by step process आप screen में देख सकते हैं|एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड डालने के बाद आपको क्या-क्या स्टेप फॉलो करना है यह सब आपको एटीएम मशीन की display screen बताती है आपको guide करती है|

>   Speaker - output device - जब भी आप अपने एटीएम machine के कीपैड से कोई भी button press करते हैं|आपको हर button press करने पर एक आवाज सुनाई देगी जिसकी वजह machine में लगे स्पीकर है|

>   Cash dispenser - output device - cash dispenser ATM मशीन का वह हिस्सा होता है जहां से आप आखिर में अपनी payment receive करते हैं|

>   Receipt printer - output device - cash dispenser section से money receive करने के बाद receipt printer आपको रिसिप्ट प्रिंट करके देगा जिस पर आप की transaction date , day and time mention किया गया होगा|receipt का फायदा यह होता है कि आपको इससे पता चल जाता है कि आपके अकाउंट में कितना money अभी बचा हुआ है|


Automatic teller machine के फायदे 

  1. एटीएम मशीन से आपको हमेशा नए नोट ही मिलेंगे|
  2. एटीएम मशीन की वजह से बैंक कर्मचारियों का भी burden कम हो गया है|
  3. एटीएम machine अपने customers को 24 hours service प्रोवाइड करती है|
  4. Tourists and travellers के लिए बहुत ही फायदेमंद है|
  5. In the ATM cabin आपकी privacy का भी पूरा ध्यान रखा जाता है|
Types of ATM machine 

  • Leased line machines
  • Dial up machines
  • Leased line machines - Leased line ATM machines को operate करने की cost बहुत high होती है|इन मशीनों को four point telephone wire के जरिए host processor से connect किया जाता है|
  • Dial up machines - Dial up ATM machines में होस्ट processor को normal telephone line के जरिए modem को इस्तेमाल में लेकर कनेक्ट किया जाता है|dial up ATM machines ki cost leased line ATM machines से कम होती है|

Some basic featues of Atm

  1. अपने अकाउंट पेमेंट की इंफॉर्मेशन receipt द्वारा ले सकते हैं|
  2. अपना एटीएम पिन change कर सकते हैं|
  3. अपने प्रीपेड मोबाइल का रिचार्ज भी कर सकते हैं|
  4. एक bank account से दूसरे बैंक के अकाउंट में money transfer भी कर सकते हैं|
  5. Instant cash withdrawal कर सकते हैं|
ATM cloning क्या है और इससे कैसे बचें ?

दरअसल cloning का मतलब है आपके credit card या फिर debit card के जैसा कोई और कार्ड जिसमें आप की same card की details दी गई हो|आमतौर पर हमें यह ATM cloning attack बड़े-बड़े शहरों में देखने को  मिला है|ATM cloning में आपके card के जैसा एक और डुप्लीकेट ATM कार्ड बनाया जाता है और  hackers की help से उसके pin का पता लगाया जाता है और आपके पैसों को चुरा लिया जाता है|ATM cloning attacks के मामले ज्यादातर card swiping मैं देखने को मिले हैं या फिर चुराए गए ATM cards में|

ATM cloning से कैसे बचें ?

सबसे पहले आप अपने credit card या debit card के back side में 3 digit cvv नंबर को किसी तरह scratch करके remove कर दें|

गलती से भी अपना mobile number credit card or debit card के ऊपर ना लिखें|

अगर आप card swipe करके bill payment करना चाहते हैं तो अपनी आंखों के सामने करें|किसी पर भी भरोसा ना करें और किसी को भी अपना कार्ड ना दें|

Conclusion - Friends शहरों में रहने वाले लोग तो ATM से भलीभांति परिचित होंगे पर गांव में रहने वाले लोगों को atm चलाने में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा|In this post what is ATM | working and full form of ATM in hindi कि हमने आपको पूरी जानकारी दी है| मैं उम्मीद करता हूं कि आपने मेरी यह पोस्ट पढ़कर atm के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी प्राप्त की होगी|

दोस्तों मैं चाहता हूं कि आप मेरी इस पोस्ट को दूसरों के साथ शेयर करें और मुझे कमेंट करके यह बताएं कि आप एटीएम का इस्तेमाल कब और कैसे करते हैं और अगर आपके पास भी एटीएम से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी है तो मेरे साथ उसे share करना ना भूले|


Wednesday, June 10, 2020

Google Adsense page cpc , cpm , ctr , cpa , rpm and page impression के बारे में जाने


क्या आपने कभी गूगल ऐडसेंस मैं अकाउंट बनाया है, उसका इस्तेमाल किया है अगर किया है तो क्या आप ऐडसेंस के basic tools जैसे कि page cpc , cpm , ctr,  cpa,  rpm, and page impression के बारे में जानते हैं |अगर आप न्यू ब्लॉगर है और आपको मेरी बताई गई इन terms के बारे में किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं है तो मेरी यह पोस्ट पढ़कर आप गूगल ऐडसेंस की इन terms के बारे में अच्छे से जान पाएंगे |

दोस्तों गूगल ऐडसेंस दुनिया का सबसे बेहतरीन ad नेटवर्क है|मैं चाहता हूं कि जिस तरह you - tubers इसका फायदा उठाते हैं उसी तरह आप भी इसका फायदा उठाएं।

क्या आपने कभी गूगल ऐडसेंस मैं अकाउंट बनाया है, उसका इस्तेमाल किया है अगर किया है तो क्या आप ऐडसेंस के basic tools जैसे कि page cpc , cpm , ctr,  cpa,  rpm, and page impression के बारे में जानते हैं |अगर आप न्यू ब्लॉगर है और आपको मेरी बताई गई इन terms के बारे में किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं है तो मेरी यह पोस्ट पढ़कर आप गूगल ऐडसेंस की इन terms के बारे में अच्छे से जान पाएंगे |

दोस्तों गूगल ऐडसेंस दुनिया का सबसे बेहतरीन ad नेटवर्क है|मैं चाहता हूं कि जिस तरह मैं गूगल ऐडसेंस का फायदा उठाता हूं उस तरह मेरे दोस्त भी इसका भरपूर फायदा उठाएं तो चलिए title में दिए गए शब्दों को एक-एक करके explain करते हैं |

Adsense cpc किसे कहते हैं 

मैं गूगल ऐडसेंस का फायदा उठाता हूं उस तरह मेरे दोस्त भी इसका भरपूर फायदा उठाएं तो चलिए title में दिए गए शब्दों को एक-एक करके explain करते हैं |

Adsense cpc किसे कहते हैं 

Cpc की full form cost per click है|फुल फॉर्म्स  जान कर आपको मालूम हो ही गया होगा कि आपकी ads पर जितने click होंगे आपको उतना पैसा मिलेगा|लेकिन आपकी जो ad है उस पर क्लिक का कितना पैसा मिलेगा  क्या आप जानते हैं |आपको पर क्लिक का कितना पैसा मिलेगा यह decide करते हैं आपके advertiser.

दरअसल आपके advertisers आपकी ऐड में कुछ keywords add करते हैं और उन keywords की कुछ cost होती है जो हमें तब पता चलती है जब हमारी ads पर click होते है |कुछ keywords high cpc के होते हैं और कुछ low cpc keywords होते हैं|

High CPC keywords वे  keywords होते हैं जिन पर क्लिक करने पर आपको अच्छी earning  होती है मेरा मतलब $1 , $2 , $5  आदि है

क्या आपने कभी गूगल ऐडसेंस मैं अकाउंट बनाया है, उसका इस्तेमाल किया है अगर किया है तो क्या आप ऐडसेंस के basic tools जैसे कि page cpc , cpm , ctr,  cpa,  rpm, and page impression के बारे में जानते हैं |अगर आप न्यू ब्लॉगर है और आपको मेरी बताई गई इन terms के बारे में किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं है तो मेरी यह पोस्ट पढ़कर आप गूगल ऐडसेंस की इन terms के बारे में अच्छे से जान पाएंगे |

दोस्तों गूगल ऐडसेंस दुनिया का सबसे बेहतरीन ad नेटवर्क है|मैं चाहता हूं कि जिस तरह मैं गूगल ऐडसेंस का फायदा उठाता हूं उस तरह मेरे दोस्त भी इसका भरपूर फायदा उठाएं तो चलिए title में दिए गए शब्दों को एक-एक करके explain करते हैं |

Adsense cpc किसे कहते हैं 

Cpc की full form cost per click है|फुल फॉर्म्स  जान कर आपको मालूम हो ही गया होगा कि आपकी ads पर जितने click होंगे आपको उतना पैसा मिलेगा|लेकिन आपकी जो ad है उस पर क्लिक का कितना पैसा मिलेगा  क्या आप जानते हैं |आपको पर क्लिक का कितना पैसा मिलेगा यह decide करते हैं आपके advertiser.

दरअसल आपके advertisers आपकी ऐड में कुछ keywords add करते हैं और उन keywords की कुछ cost होती है जो हमें तब पता चलती है जब हमारी ads पर click होते है |कुछ keywords high cpc के होते हैं और कुछ low cpc keywords होते हैं|

High CPC keywords वे  keywords होते हैं जिन पर क्लिक करने पर आपको अच्छी earning  होती है मेरा मतलब $1 , $2 , $5  आदि है जबकि लो low cpc keywords  पर click होने पर आपको कुछ इस प्रकार के earning  होती है जैसे $0.01 , $0.05 ,$0.03 etc .

sp;जबकि लो low cpc keywords  पर click होने पर आपको कुछ इस प्रकार के earning  होती है जैसे $0.01 , $0.05 ,$0.03 etc .

Cpc का price कभी fixed नहीं होता क्योंकि keyword competition के साथ-साथ keywords का price कम ज्यादा होता रहता है |cpc increase करने के लिए आपको सही जगह पर ad लगानी होती है |

Also read

Some high cpc keywords and their cpc

  1. Insurance - $59
  2. Loans - $50
  3. mortgage - $44
  4. attorney - $48
  5. degree - $40
  6. credit - $38
  7. donate - $42
  8. lawyer - $43
  9. conference call - $42
  10. Gas / electricity - $57

How to calculate cost per click (cpc)

हम cpc calculate इसलिए करते हैं ताकि हमें पता चल सके कि हमारी ad click पर हमें कितना earn हुआ है|दोस्तों cpc हमेशा keywords पर depend करती है keywords की जितनी high डिमांड होगी उतना ही  आपको high cpc ad मिलेगा|

डिमांड से मेरा मतलब सर्च इंजन में high search volume keyword से है क्योंकि जिस keyword पर ज्यादा भीड़ होगी उसका cpc उतना ही high होगा |

आपको सीपीसी calculate करने के लिए एक simple सा फार्मूला याद रखना है

Cpc = total money spend on your ad / total number of clicks

Cpc = 25 / 10 = $2.5

Example - मान लीजिए आपका cpc 0.2 है और आपकी वेबसाइट पर daily 100 clicks हो रहे हैं तो आपका cpc बन जाएगा 0.2 x 100 = 20$

दोस्तों यदि आपका keyword "insurance" है और ऐसे में कोई user इंश्योरेंस keyword से आपकी वेबसाइट में enter करता है और click भी करता है तो ऐसे में आपको क्लिक का अच्छा पैसा मिलेगा|सीपीसी को pay per click के नाम से भी जानते हैं|सीपीसी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल digital advertising में होता है |

Cpm क्या होता है ?

span style="font-size: medium;"> Cpm का फुल फॉर्म cost per mille होता है|mille का मतलब thousand होता है|Here letter M indicates 1000 in Roman numerals. Advertiser आपकी वेबसाइट पर आने वाले 2000 ad impression (impression का मतलब बार-बार ad को देखना होता है) को देखकर यह decide करता है कि आपको यानी publisher को कितना pay करना है |

Example - suppose आप एक blogger हैं और आपकी वेबसाइट पर daily का 2000 visitors आ रहे है  जिसमें सिर्फ 1000 visitors आपकी ऐड को देख रहे हैं
और आप dollor one cpm charge करते हैं तो ऐसे में आप अपना cpm एक साधारण से फार्मूले से calculate  कर सकते हैं |
Impression / 1000 * CPM = 2000/1000 * $2 =                                              2 dollor
तो इस formula से  हमें यह पता चलता है कि हमारा cpm $2 है |


Page Ctr क्या होता है ?
दोस्तों ctr की फुल फॉर्म click through rate है |जिस तरह से cpc और cpm को calculate करने का फार्मूला है उसी तरह ctr को भी हम calculate कर सकते हैं |मान लीजिए आप की website पर 2000 ad impressions आए मतलब 2000 लोगों ने आपकी ad को देखा लेकिन उनमें से सिर्फ 50 लोगों ने हीं आपकी advertisement पर click किया तो ऐसे में आपका सीटीआर बनेगा ,दोस्तों हमेशा याद रहे अपना ctr 15% से कम ही रखें क्योंकि less page views and ज्यादा क्लिक आने पर आपका ctr  बढ़ जाएगा और आपका गूगल ऐडसेंस अकाउंट temporary block हो जाएगा और Adsense invalid click का मैसेज भेज देगा या फिर आपको यह देखने को मिलेगा ad serving limit placed on your account. 
Ctr = ad click / ad impression * 100
       = 50/ 2000 * 100 = 2.5


Cpa किसे कहते हैं ?

Cpa को हम cost per action के नाम से जानते हैं cpa की एक और फुल फॉर्म भी है cost per acquisition . आप इसे pay per action भी बोल सकते हैं |यह वेबसाइट की real time traffic को ट्रैक करता है | अगर कोई यूजर आपके वेबसाइट पर दिखाए जाने वाली ad पर click करता है और आपकी ad में show हो रहे सर्वे , campaign , form filling , sale, registration,  news letter signup को complete करता है तो ऐसी स्थिति में आपको cpa से earning प्राप्त होती है |

Cpa का सबसे ज्यादा फायदा affilate marketing में है|

Page impressions के बारे में भी समझे

Page impression समझने के लिए सबसे पहले हमें यह समझेंगे कि page view क्या होता है | page views  आपकी वेबसाइट पर आने वाले views को कहा जाता है|जिस प्रकार हमें cpc, cpm से earning होती है उसी प्रकार page impressions भी आपको earning करने में हेल्प करते हैं पर page impression से आप की अर्निंग बहुत कम या फिर ना के बराबर होती है |

मान लीजिए आप की वेबसाइट पर रोजाना 1000 विजिटर्स आते हैं और आपने अपनी वेबसाइट पर 5 ऐड लगा रखे हैं और हर एक visitor आपकी ऐड को देखता है |अगर एक यूज़र आपकी 5 ads देखता है तो 1000 विजिटर्स की वजह से आपकी वेबसाइट पर 5000 impressions per day के आ जाते हैं and यही process पेज इंप्रेशन कहलाता है |page impressions and ad impressions को आपके visitors आपकी वेबसाइट पर एक साथ देखते हैं |

Rpm के बारे में समझे

Rpm की फुल फॉर्म Revenue per thousands impressions है |यहां पर भी M का मतलब 1000 है | rpm को समझाने के लिए मैं एक सिंपल सा उदाहरण देता हूं| rpm से ही publisher को यह पता चलेगा कि 1000 page views and ad impressions के लिए Adsense से उन्हें कितना पैसा मिलेगा |

1000 page views से earning  करने को page rpm कहा जाता है|जिस ब्लॉगर का cpc and ctr ज्यादा होगा उसका rpm भी ज्यादा होगा | In short हम कह सकते हैं कि page rpm page ctr and cpc पर निर्भर करता है

मान लीजिए आपकी ad impression 4000 है और आपने 2500 पेज view से $40 earn किया है तो आपके r.p.m. को हम कुछ इस तरह से कैलकुलेट कर सकते हैं |
Rpm= estimated earning / ad impresssion * 1000
        =  40 / 4000 * 1000 = $10 rpm


Conclusion दोस्तों आज की इस पोस्ट में मैंने आपको adsence के कुछ important tools के बारे में बताया और मुझे उम्मीद है कि आप Google Adsense page cpc , cpm , ctr , cpa , rpm and page impression के बारे में पूरी तरह से जान गए होंगे |दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट कैसी लगी मुझे कमेंट करके बताना जरूर और साथ ही इसे दूसरों के साथ शेयर करना ना भूले |


Thursday, June 4, 2020

कैसे हटाए google adsense Ad serving limit placed on your account

दोस्तों अगर आपके google Adsense account पर ad limit लग चुकी है तो आज का हमारा यह article आपके लिए बहुत खास होने वाला है|इस article में हम आपको बताएंगे कि ad limit आखिर आती क्यों हैं और कैसे हटाए अपने gmail और Adsense अकाउंट से इस मैसेज को "Adsense Ad serving limit placed on your account".

Ad limit आती क्यों है ?

जब भी कोई user गूगल की पॉलिसी को violate करता है तो ad limit error आ जाता है|Google policy के हिसाब से जब आप अपने blog article में 3 से ज्यादा advertisement लगाते हैं तो यह ad लिमिट की प्रॉब्लम आ जाती है|पर समय-समय पर गूगल अपनी policies को update करता रहता है आपको अपने ब्लॉग में 3 या 3 से कम ads का ही इस्तेमाल करना है|अपनी गूगल ads पर self click करने से भी ऐसी प्रॉब्लम आती है|

Paid traffic लेने पर भी आपको इस प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है|


Ad limit आने पर क्या होता है ?


Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick
दोस्तों जब आपके Adsense account पर ad limit लग जाती है तो आपकी ad disply होना बंद हो जाती है , आपकी earning भी रुक जाती है और आपको 15 से 20 दिन का wait करना पड़ता है |कभी तो ad limit का मैसेज 1 महीने तक भी रहता है|मेरी ad limit notification 4 मई 2020 को आई थी और 24 मई 2020 को मेरी वेबसाइट से  notification पूरी तरह से हट गई थी|




Note - अगर Adsense serving limit लगने के बाद भी आपने सोशल मीडिया से शेयरिंग करना बंद नहीं किया तो भविष्य में गूगल आपके ऐडसेंस अकाउंट को परमानेंटली ब्लॉक भी कर सकता है|

जब आपके अकाउंट पर ऐड लिमिट लग जाती है तो गूगल आपकी वेबसाइट को monitor करता रहता है और जब उसे लगता है कि आपकी वेबसाइट पर natural ट्रैफिक आना शुरू हो गया है तो आपकी ऐड लिमिट नोटिफिकेशन अपने आप ही हट जाती है|

कैसे हटाए Adsense Ad serving limit placed on your account


Friends अगर आप मेरे बताए गए formula को follow करोगे तो 10 से 12 दिन के अंदर successfully आपके Adsense account से ad limit remove हो जाएगी|

  • सबसे पहले आपको अपनी website की theme option मैं जाना होगा और edit html option पर click करना होगा|वहां पर आपको <head> option मिल जाएगा , आपको गूगल ऐडसेंस कोड को वहां से डिलीट करना होगा मेरी website blogger पर है इसलिए मैं आपको ब्लॉगर पर experiment करके दिखाऊंगा|

Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick


Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick


  • अपने Adsense account से auto ads and Amp बंद कर दें|

Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick

  • Custom ads.txt को भी आपको disable करना होगा 

Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick

  • आपको blogger layout option में जाकर google ad code को header, footer, sidebar से हटाना होगा|
  • आपने सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर जितने भी अपनी वेबसाइट्स के link share किए हैं उन्हें आपको रिमूव करना होगा|
  • अगर हम word press website की बात करें तो आपको वर्डप्रेस से भी अपनी सभी ads को रिमूव करना है|
  • जब तक आप के अकाउंट पर ऐड लिमिट लगी है तब तक आप सोशल मीडिया में link sharing करना बंद कर दे  मेरा मतलब यह है कि ट्रैफिक लेना बंद कर दें और google से ऑर्गेनिक ट्रेफिक की कोशिश करें|
Invalid traffic के बारे में जाने|

दोस्तों invalid traffic की प्रॉब्लम तब आती है जब गूगल को लगता है कि आप अपना ट्रैफिक बढ़ाने के लिए सिर्फ social media sites का ही इस्तेमाल कर रहे हैं और गूगल से आप की traffic ना के बराबर आ रही है , तो ऐसे में गूगल आपको invalid traffic concerns का मेल भेजता है|

अगर आप paid traffic का इस्तेमाल कर रहे हैं तो मैं आपको यही suggest करूंगा कि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए|

अगर आपके ब्लॉग पर कोई बार-बार आकर आपकी ऐड्स पर क्लिक करता है तो ऐसी स्थिति भी invalid traffic concerns को न्योता देती है|



कुछ लोग अपने friends या फिर relatives के मोबाइल या लैपटॉप से अपनी वेबसाइट के ads पर click करते हैं इसे भी गूगल invalid activity की श्रेणी में रखता है|


Ad notification हटने के बाद आपको क्या करना है?

दोस्तों जब आपके ऐडसेंस अकाउंट से ऐड लिमिट का नोटिफिकेशन पूरी तरह से हट जाए तो सबसे पहले आपको auto ads को ऑन कर देना है|

आपको अपनी पुरानी Adsense ads को archive कर देना है|Manual ads create नहीं करनी है जब तक कि आपको ऐडसेंस की तरफ से कोई मेल ना आ जाए|

Adsense Ad serving limit placed on your account hot trick

जब Adsense की तरफ से आपको mail आ जाए तो आप manually ads create कर सकते हैं और अपनी वेबसाइट में लगा सकते हैं|

Conclusion - मित्रों मैं आशा करता हूं कि मेरी यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित रही होगी|दोस्तों भविष्य में कभी भी यदि आपको ऐसी परिस्थिति का सामना करना पड़ा तो आप मेरी इस hot trick "कैसे हटाए Adsense Ad serving limit placed on your account" का इस्तेमाल जरूर करें और मेरी इस पोस्ट को दूसरों के साथ भी share करें ताकि दूसरे भी मेरी पोस्ट का फायदा उठा सकें|

मेरी यह पोस्ट पढ़ने के बाद किस-किस के Adsense account से ऐड लिमिट की नोटिफिकेशन हट चुकी है मुझे comment करके जरूर बताएं मैं आपकी मदद में हमेशा तत्पर रहूंगा|